भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन का पावन पर्व 11 अगस्त, बृहस्पतिवार को मनाया जा रहा है।
हिन्दू पंचांग के अनुसार हर साल सावन महीने की पूर्णिमा को राखी का त्योहार मनाया जाता है।
इस दिन बहन भाई को राखी बांधती है और भाई अपनी बहन को उपहार देता है और जीवन भर रक्षा करने का वचन भी देता है।
धार्मिक कथाओं के अनुसार सबसे पहले माता लक्ष्मी ने राजा बलि को राखी बांधी थी।
महाभारत में द्रौपदी ने भगवान श्री कृष्ण की अंगुली पर चीर फाड़ के बांधा था और भगवान श्री कृष्ण ने द्रौपदी की लाज बचाई थी।
माना जाता है कि तभी से हर साल रक्षाबंधन का पर्व मनाया जा रहा है।
इतिहासकारों के अनुसार, चित्तौड़ की रानी कर्णावती एवं मुगल शासक हुमायूं तथा अलेक्जेंडर और भारतीय राजा पुरु का प्रसंग भी रक्षाबंधन से जुड़ा है।
हमेशा विजयी रहने वाला अलेक्जेंडर राजा पुरु के आगे टिक न सका था। अलेक्जेंडर की पत्नी ने रक्षा बंधन त्यौहार की महत्ता के बारे में सुना था।
उन्होंने राजा पुरु को राखी भेजी। राजा पुरु ने राखी की मर्यादा का मान रखकर अलेक्जेंडर की पत्नी को बहन का सम्मान देते हुए युद्ध समाप्ति की घोषणा कर दी थी।